नई दिल्ली: यूक्रेन पर रूस के ताबड़तोड़ हमलों का आज नवां दिन (Russia-Ukraine War 9th Day) है. इस बीच वैश्विक जानकारों के मुताबिक यूक्रेन संकट (Ukraine Crisis) से भारत (India), थाइलैंड (Thailand) और फिलीपींस (Philippines) को सबसे अधिक नुकसान होगा. वहीं, इंडोनेशिया (Indonesia) को इससे उलट यानी फायदा ही होगा. तेल आयातक होने के चलते भारत को तगड़ा नुकसान हो सकता है क्योंकि पूरी दुनिया में कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है.
एशिया में भारत को ज्यादा नुकसान का अनुमान
रुलाएंगे कच्चे तेल के दाम?
क्रूड ऑयल (Crude Oil Prices) की आसमान छूती कीमतों का असर भारत को सबसे अधिक प्रभावित कर सकता है. ब्रेंट क्रूड (Brent Crude) की कीमत करीब 3 फीसदी उछलकर 105 डॉलर प्रति बैरल पहुंच चुकी है. रिसर्च फर्म की रिपोर्ट के अनुसार, क्रूड ऑयल और खाद्य वस्तुओं की कीमतों (Food Prices) में लगातार बढ़ोत्तरी एशिया की अर्थव्यवस्थाओं पर काफी बुरा असर डालेंगी. बढ़ती महंगाई, कमजोर चालू खाता, बढ़ता घाटा और आर्थिक ग्रोथ के प्रभावित रहने से मुश्किल और बढ़ जाएगी.
महंगाई बढ़ी तो आप पर सीधा असर
वहीं क्वांटइको रिसर्च के मुताबिक, भारत के क्रूड बास्केट में 10 डालर प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी 2022 के सालाना जीडीपी ग्रोथ के अनुमान 9.2 फीसदी से 10 बेस प्वाइंट की ग्रोथ कम कर सकता है. बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने कहा कि क्रूड बास्केट में 10 फीसदी की स्थायी बढ़त WPI आधारित महंगाई में 1.2 फीसदी और CPI आधारित महंगाई में 0.3 से 0.4 फीसदी की बढोत्तरी कर सकती है. जिसका सीधा असर आपकी जेब और आपके किचन के बजट पर पड़ेगा. यानी साफ है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की इस जिद के चलते अब भारत में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) को महंगाई पर काबू करने के लिए कुछ बड़े फैसले लेने पड़ सकते हैं.
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